काठमांडू। नेपाल में जेन – जेड समूह के नेतृत्व में दो दिन चले सरकार विरोधी हिंसक आंदोलन में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि 600 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस और अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि संसद भवन की इमारत के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 19 से ज्याद लोगों की मौत हुई।
गृहमंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, इन प्रदर्शनों के दौरान कुल 633 लोग घायल हुए हैं। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व पीएम शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी व विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा भी हमले में घायल हो गए। सेना ने बुधवार को विरोध प्रदर्शनों की आड़ में संभावित हिंसा को रोकने के लिए देशव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश और कर्फ्यू लागू कर दिए।
यह कदम बड़े पैमाने पर सरकारी विरोधी प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के एक दिन बाद उठाया गया है। भारत ने दूतावास से +977-980860 2881 और +977-981 032 6134 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
30 कन्नड़ और 200 तेलुगू लोगों समेत कई भारतीय फंसे
विरोध प्रदर्शन हिंसक होने के बाद से नेपाल में सैकड़ों भारतीय फंसे हुए हैं। नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास शुरू हो गये हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने काठमांडू हवाई अड्डे पर फंसे 30 कन्नड़ भाषी लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि 200 तेलुगू लोग फंसे हुए हैं। नयी दिल्ली के आंध्र भवन में एक आपातकालीन सेल स्थापित की गयी है।
सुशीला बन सकती हैं नेपाल की कार्यवाहक प्रधानमंत्री
नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रह चुकीं सुशीला कार्की को
अंतरिम सरकार की कमान सौंपी जा सकती है। जेन-जेड आंदोलन की बैठक में हजारों लोगों ने उनके नाम का समर्थन किया।
अब फ्रांस में भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, हिंसा
अब फ्रांस में भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो शुरू हो गया है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे हैं। पेरिस में आगजनी और पुलिस पर पथराव हुआ है। सरकार के खिलाफ लोगों का भारी गुस्सा साफ दिख रहा है।
नेपाल से सैकड़ों कैदी फरार, सिद्धार्थनगर में दो पकड़े
नेपाल में सैकड़ों कैदी जेल तोड़कर फरार हो गए हैं। बुधवार को कई कैदियों को महाराजगंज और सिद्धार्थनगर के बार्डर से एसएसबी और पुलिस ने पकड़ा है। डीआईजी बस्ती संजीव त्यागी ने बताया कि दो कैदी यूपी के जिले के हैं।
सामने आये पूर्व पीएम ओली, मासूम चेहरों के जरिये विनाशकारी राजनीति का लगाया आरोप
नेपाल के अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पहली बार जेन-जेड विरोध प्रदर्शनों में शामिल युवाओं को संबोधित किया है। दावा किया कि वह शिवपुरी में एक सुरक्षित सैन्य घेरे में हैं। इमोशनल कार्ड खेलते हुए खुद का कोई बच्चा न होने का जिक्र किया। विरोध प्रदर्शनों के पीछे की ताकतों पर विनाशकारी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए युवा प्रदर्शनकारियों का शोषण करने का आरोप लगाया।
उन्होंने लिखा, महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों में आगजनी और तोड़फोड़ अचानक नहीं हुई । आपके मासूम चेहरों का इस्तेमाल गुमराह करने वाली राजनीति के लिए करने की कोशिश की जा रही है।